Avsaad Ka Anand – Satyadev Tripathi (Paperback)

15% off

Avsad Ka Anand – Satyadev Tripathi

अवसाद का आनन्द -सत्यदेव त्रिपाठी

बनारस-रमे विद्वान और सजग रंग-समीक्षक सत्यदेव त्रिपाठी ने जयशंकर प्रसाद की यह जीवनी लिखी है। एक मूर्धन्य कवि, उसके निजी और सर्जनात्मक-बौद्धिक संघर्ष, उनकी जिजीविषा और दुखों आदि के बारे में जानकार हम प्रसाद की महिमा और अवदान को बेहतर समझ-सराह पाएँगे।

404.00475.00

In stock

अवसाद का आनन्द -सत्यदेव त्रिपाठी

 

About the Author:

बनारस-रमे विद्वान और सजग रंग-समीक्षक सत्यदेव त्रिपाठी की देश की तमाम पत्र-पत्रिकाओं में समीक्षा, आलेख, संस्मरण व महनीय हस्तियों के 50 से अधिक साक्षात्कार एवं दर्जनाधिक कहानियाँ प्रकाशित हैं। कमलेश्वर कथा सम्मान, नागरी रत्न, साहित्य सारथी आदि सम्मानों से सम्मानित।

SKU: avsad-ka-anand-satyadev-tripathi-Paperback
Category:
Tags:, , ,
ISBN

9789393758446

Author

Satyadev Tripathi

Binding

Paperback

Pages

526

Publication date

04-04-2022

Publisher

Setu Prakashan Samuh

Imprint

Setu Prakashan

Language

Hindi

Customer Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Avsaad Ka Anand – Satyadev Tripathi (Paperback)”

You may also like…

  • Balzac – Stefan Zweig Trans. By Ranjana Shrivastav

    Balzac – Stefan Zweig Trans. By Ranjana Shrivastav

    यह पुस्तक अपने समय कइ सम्पूर्ण तस्वीर कइ तरह उभर के सामने आयी जो हर युग के लिए मान्य है। पुस्तक में स्वाभिमान और आक्रोश का भाव रचा-बसा है, और है एक आह्यान-कि अधीरता से, लोलुपता से दूर रहो, दृढ़ बने रहो और बार-बार प्रतिरोध करके अधिक से अधिक शक्तिमान बनो।

    इस पुस्तक पर २०% की विशेष छूट चल रही है
    ऑफर ३० अप्रैल २०२४ तक वैध

    440.00550.00
  • Muktibodh Ki Jeevani Combo Set – (2 Khand) – paperback

    यह सम्भवतः हिन्दी में किसी लेखक की सबसे लम्बी जीवनी है। इसमें सन्देह नहीं कि इस वृत्तान्त से हिन्दी के एक शीर्षस्थानीय लेखक के सृजन और विचार के अनेक नये पक्ष सामने आएँगे और कविता तथा आलोचना की कई पेचीदगियाँ समझने में मदद मिलेगी।

    मुक्तिबोध के हमारे बीच भौतिक रूप से न रहने के छः दशक पूरे होने के वर्ष में इस लम्बी जीवनी को हम, इस आशा के साथ, प्रकाशित कर रहे हैं कि वह मुक्तिबोध को फिर एक जीवन्त उपस्थिति बना सकने में सफल होगी।
    – अशोक वाजपेयी

     

    1,200.001,500.00
  • Jinna : Unki Safaltayein, Vifaltayein Aur Itihas Me Unki Bhoomika by Ishtiaq Ahmed

    मुहम्मद अली जिन्ना भारत विभाजन के सन्दर्भ में अपनी भूमिका के लिए निन्दित और प्रशंसित दोनों हैं। साथ ही उनकी मृत्यु के उपरान्त उनके इर्द- गिर्द विभाजन से जुड़ी अफवाहें खूब फैलीं।

    इश्तियाक अहमद ने कायद-ए-आजम की सफलता और विफलता की गहरी अन्तर्दृष्टि से पड़ताल की है। इस पुस्तक में उन्होंने जिन्ना की विरासत के अर्थ और महत्त्व को भी समझने की कोशिश की है। भारतीय राष्ट्रवादी से एक मुस्लिम विचारों के हिमायती बनने तथा मुस्लिम राष्ट्रवादी से अन्ततः राष्ट्राध्यक्ष बनने की जिन्ना की पूरी यात्रा को उन्होंने तत्कालीन साक्ष्यों और आर्काइवल सामग्री के आलोक में परखा है। कैसे हिन्दू मुस्लिम एकता का हिमायती दो-राष्ट्र की अवधारणा का नेता बना; क्या जिन्ना ने पाकिस्तान को मजहबी मुल्क बनाने की कल्पना की थी-इन सब प्रश्नों को यह पुस्तक गहराई से जाँचती है। आशा है इस पुस्तक का हिन्दी पाठक स्वागत करेंगे।
    JINNAH: His Successes, Failures and Role in History का हिन्दी अनुवाद
    Buy This Book Instantly thru RazorPay
    (20% + 5% Extra Discount Included)

    Or use Add to cart button Below, to use our shopping cart

    567.00700.00
  • Prem Aur Kranti : Faiz Ahmad Faiz by Ali Madeeh Hashmi

    Prem Aur Kranti : Faiz Ahmad Faiz by Ali Madeeh Hashmi

    प्रेम और क्रांति फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ – डॉ. अली मदीह हाशमी

    फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ सरकारों की तानाशाही के ख़िलाफ़ अब प्रतीक बन चुके हैं, जहाँ-जहाँ भी ज़ुल्म व सितम होते हैं उनकी कविताएँ पोस्टर और नारों की शक्ल में लहराने लगती हैं. उनके जीवन के प्रति जिज्ञासा का भाव स्वाभाविक है. उनके नाती अली मदीह हाशमी ने उनकी जीवनी अंग्रेजी में लिखी है जिसका हिंदी अनुवाद सेतु प्रकाशन से आया है. इसे फ़ैज़ की अधिकृत जीवनी कहा जा रहा है.

    इस पुस्तक पर २०% की विशेष छूट चल रही है
    ऑफर ३० अप्रैल २०२४ तक वैध

    383.00450.00