Sabhyata Ka Vikalp (Rediscovering Gandhi)
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Sabhyata Ka Vikalp (Rediscovering Gandhi)
सभ्यता का विकल्प: गांधी दृष्टि का पुनराविष्कार – नंदकिशोर आचार्य
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नंदकिशोर आचार्य / Nandkishore Acharya
31 अगस्त 1945 को बीकानेर में जन्मे कवि , आलोचक, नाटककार और गांधीवादी टिप्पणीकार नंद किशोर आचार्य वर्तमान में प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर में लेखक हैं। वह पांच वर्षों तक महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में लेखक भी रहे।
चौथे सप्तक के कवि, आचार्य ने कविता के सात संग्रह, साहित्यिक आलोचना में छह पुस्तकें और नाटकों के तीन संग्रह प्रकाशित किए हैं। गांधीवादी दर्शन पर उनकी पुस्तकों में सभ्यता का विकल्प और सत्याग्रह की संस्कृति शामिल हैं ।
उन्होंने अर्नोल्ड वेस्कर के नाटक फोर सीजन्स का अनुवाद करने के अलावा जोसेफ ब्रोडस्की, लोर्का, व्लादिमीर होलन और रियोकन जैसे कवियों का हिंदी में अनुवाद किया है ।
ISBN | 9788185127446 |
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Author | Nand Kishore Acharya |
Pages | 96 |
Publisher | Setu Prakashan Samuh |
Imprint | Vagdevi |
Language | Hindi |
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