Description
उससे मैंने दो बातें नहीं पूछी थीं। पहली : वह अपना काम कब करता है?
‘मैं पाकिस्तान से मेवों के आयात से अच्छा पैसा बना लेता हूँ। बाद में कुत्तेगीरी करता हूँ।’
‘कुत्ते-गीरी?’
‘तुम कुत्तेगीरी नहीं जानते? …धीरे-धीरे जान जाओगे।’ उसकी भीनी मुस्कराहट से लगा, उसे इस चीज से खास प्रेम है।
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