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  • Tujhse Naraz Nahi Zindagi (Autobiography) By Umakant Shukla

    तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी …
    एक प्रशासक की प्रेरक आत्मकथा – उमाकान्त शुक्ल

    यह आत्मकथा क्यों? क्यों एक प्रशासक, जो सारा जीवन सत्ता के करीब रहा और आयकर विभाग जैसे ताकतवर विभाग में रहा, उसकी आत्मकथा के क्या मायने? उसे लिखना चाहिए भी या नहीं क्योंकि इसके पहले तो उसने कभी कुछ लिखा नहीं। शायद साहित्यिक पुस्तकों को बहुत पढ़ा भी नहीं! लेकिन पुस्तकों को भले ही पर्याह्रश्वत मात्रा में न पढ़ा हो,चेहरों को सारा जीवन पढ़ा है और चेहरे भाषा के सबसे विश्वसनीय आधार हुआ करते हैं। चेहरे कई बार सक्वबन्धों के बनते-बिगड़ते आधार की पहचान करते हैं या यह भी कह सकते हैं कि सक्वबन्धों की वास्तविक पहचान के लिए चेहरों की भाषा का अध्ययन बहुत जरूरी होता है। (इसी पुस्तक से )

    638.00850.00
  • Kaal Ke Kapal Par Hastakshar : Harishankar Parsai Ki Pramanik Jeevani

    इस जीवनी में परसाई के अलक्षित जीवन प्रसंगों को पढ़ना रोमांचकारी है। इसमें लक्षित परसाई से कहीं अधिक अलक्षित परसाई हैं जिन्हें जाने बिना वह चरितव्य समझ नहीं आएगा, जो परसाई के मनुष्य और लेखक को एपिकल बनाता है। जीवनी जीवन चरित है। ये गद्य और पद्य दोनों में लिखी गयी हैं। संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश में जीवनी

    1,329.001,899.00
  • Avsaad Ka Anand – Satyadev Tripathi (Paperback)

    Avsad Ka Anand – Satyadev Tripathi

    अवसाद का आनन्द -सत्यदेव त्रिपाठी

    बनारस-रमे विद्वान और सजग रंग-समीक्षक सत्यदेव त्रिपाठी ने जयशंकर प्रसाद की यह जीवनी लिखी है। एक मूर्धन्य कवि, उसके निजी और सर्जनात्मक-बौद्धिक संघर्ष, उनकी जिजीविषा और दुखों आदि के बारे में जानकार हम प्रसाद की महिमा और अवदान को बेहतर समझ-सराह पाएँगे।

    इस पुस्तक पर २०% की विशेष छूट,
    ऑफर ३० अप्रैल २०२४ तक वैध

    380.00475.00
  • Avsaad Ka Anand – Satyadev Tripathi

    Avsad Ka Anand – Satyadev Tripathi

    अवसाद का आनन्द -सत्यदेव त्रिपाठी

    बनारस-रमे विद्वान और सजग रंग-समीक्षक सत्यदेव त्रिपाठी ने जयशंकर प्रसाद की यह जीवनी लिखी है। एक मूर्धन्य कवि, उसके निजी और सर्जनात्मक-बौद्धिक संघर्ष, उनकी जिजीविषा और दुखों आदि के बारे में जानकार हम प्रसाद की महिमा और अवदान को बेहतर समझ-सराह पाएँगे।

    960.001,200.00
  • Doosra Jeewan -Krishna Sobti Ki Jeewani – Girdhar Rathi (Hardcover)

    Doosra Jeewan -Krishna Sobti Ki Jeewani – Girdhar Rathi-Hardcover
    दूसरा जीवन – कृष्णा सोबती की जीवनी = कृष्णा सोबती का

    कृष्णा जी की जीवनी लिखी जा रही है,…कृष्णा जी के पाठकों और प्रशंसकों का दायरा इतना विस्तृत है!!!अस्वस्थता के बावजूद अनेक बैठकें उनके घर में, अस्पताल में कृष्णा जी के साथ…और फिर उनके काग़ज़ात और कुछ पांडुलिपियों का एक ज़खीरा…अभी बहुत कुछ ऐसा है जो अनलिखा, अनखोजा, अनपाया रह गया है।

    479.00599.00
  • Prem Aur Kranti : Faiz Ahmad Faiz by Ali Madeeh Hashmi (Hardcover)

    Prem Aur Kranti : Faiz Ahmad Faiz by Ali Madeeh Hashmi

    प्रेम और क्रांति फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ – डॉ. अली मदीह हाशमी

    फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ सरकारों की तानाशाही के ख़िलाफ़ अब प्रतीक बन चुके हैं, जहाँ-जहाँ भी ज़ुल्म व सितम होते हैं उनकी कविताएँ पोस्टर और नारों की शक्ल में लहराने लगती हैं. उनके जीवन के प्रति जिज्ञासा का भाव स्वाभाविक है. उनके नाती अली मदीह हाशमी ने उनकी जीवनी अंग्रेजी में लिखी है जिसका हिंदी अनुवाद सेतु प्रकाशन से आया है. इसे फ़ैज़ की अधिकृत जीवनी कहा जा रहा है.

    749.00999.00
  • Jeewan Raag – Hridayesh

    Jeewan Raag – Hridayesh
    हृदयेश

    25.00
  • Kisanin Jaggi Devi : Swatantrata Ki Raah Par – Deepti Priya Mehrotra

    Kisanin Jaggi Devi : Swatantrata Ki Raah Par – Deepti Priya Mehrotra

    किसानिन जग्गी देवी स्वतन्त्रता आन्दोलन में भाग लेने वाली जुझारू महिला थीं, जिनकी अनोखी जीवनी इस पुस्तक द्वारा प्रस्तुत है। 

    158.00175.00
  • Doosra Jeewan -Krishna Sobti Ki Jeewani – Girdhar Rathi

    Doosra Jeewan -Krishna Sobti Ki Jeewani – Girdhar Rathi
    दूसरा जीवन – कृष्णा सोबती की जीवनी = कृष्णा सोबती का
    Doosra Jeevan -Krishna Sobti Ki Jivani

    कृष्णा सोबती के निकट रहे गिरधर राठी ने इस जीवनी के लिए प्रयत्न कृष्णा जी के जीवन-काल में ही कर दिया था और यह जीवनी इस अर्थ में असाधारण है कि उसमें स्वयं कृष्णा जी द्वारा दी गयी जानकारी का समावेश है।

    238.00280.00
  • Prem Aur Kranti : Faiz Ahmad Faiz by Ali Madeeh Hashmi

    Prem Aur Kranti : Faiz Ahmad Faiz by Ali Madeeh Hashmi

    प्रेम और क्रांति फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ – डॉ. अली मदीह हाशमी

    फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ सरकारों की तानाशाही के ख़िलाफ़ अब प्रतीक बन चुके हैं, जहाँ-जहाँ भी ज़ुल्म व सितम होते हैं उनकी कविताएँ पोस्टर और नारों की शक्ल में लहराने लगती हैं. उनके जीवन के प्रति जिज्ञासा का भाव स्वाभाविक है. उनके नाती अली मदीह हाशमी ने उनकी जीवनी अंग्रेजी में लिखी है जिसका हिंदी अनुवाद सेतु प्रकाशन से आया है. इसे फ़ैज़ की अधिकृत जीवनी कहा जा रहा है.

    इस पुस्तक पर २०% की विशेष छूट चल रही है
    ऑफर ३० अप्रैल २०२४ तक वैध

    360.00450.00