Pahla Satyagrahi By Ravindra Tripathy
₹126.00₹140.00
पहला सत्याग्रही एक नाटक है। पर ये सिर्फ़ एक नाटक नहीं है। ये स्मरण भी है। गांधी – स्मरण । ये भी कहा जा सकता है कि ये नाटक कम और स्मरण अधिक है।
In stock
Pahla Satyagrahi By Ravindra Tripathy
पहला सत्याग्रही एक नाटक है। पर ये सिर्फ़ एक नाटक नहीं है। ये स्मरण भी है। गांधी – स्मरण । ये भी कहा जा सकता है कि ये नाटक कम और स्मरण अधिक है।
About the Author:
(जन्म 15 फरवरी, 1959), ग्राम- रजवाडीह, डाल्टनगंज, पलामू, झारखण्ड प्रिण्ट और टीवी माध्यमों के वरिष्ठ पत्रकार साहित्य, फिल्म, कला और रंगमंच के आलोचक, नाटककार, व्यंग्यकार डॉक्युमेण्ट्री फिल्मकार, यू-ट्यूबर, सोशल मीडिया इंफ्युएंसर, अनुवादक, स्तम्भकार, स्क्रिप्ट लेखक, संस्कृतिकर्मी और सम्पादक। अनेक स्तम्भों के लेखक, पत्रिकाओं के अतिथि सम्पादक रवीन्द्र त्रिपाठी ने अब तक कुल पाँच नाटक लिखे हैं, पहले तीन श्रीलाल शुक्ल के तीन उपन्यासों- राग विराग, अज्ञातवास, राग दरबारी के नाट्य रूपान्तर हैं। स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर आधारित विवेकानन्द इन शिकागो और महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित पहला सत्याग्रही सभी नाटक कई बार मंचित मन मोबाइलिया गया है नाम से एक व्यंग्य पुस्तक । एबीपी न्यूज चैनल पर प्रसारित पोलखोल नाम के व्यंग्य कार्यक्रम का स्क्रिप्ट लेखन, वरिष्ठ रंगकर्मी प्रसन्ना की इण्डियन मेथड इन एक्टिंग का अभिनय की भारतीय पद्धति नाम से हिन्दी अनुवाद। साहित्य कला परिषद्, दिल्ली और केन्द्रीय साहित्य अकादेमी के लिए डॉक्युमेण्ट्री फिल्मों का निर्माण, ताजा डॉक्युमेण्ट्री फिल्म रमेशचन्द्र शाह के ऊपर। सम्मान: साहित्यकार सम्मान (हिन्दी अकादमी, दिल्ली) ।
ISBN | 9789393758590 |
---|---|
Author | RAVINDRA TRIPATHY |
Binding | Paperback |
Pages | 103 |
Publication date | 25-02-2023 |
Imprint | Setu Prakashan |
Language | Hindi |
Customer Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “Pahla Satyagrahi By Ravindra Tripathy”
You must be logged in to post a review.