Bache Rehne Ka Abhinay By Sulochna Verma
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Bache Rehne Ka Abhinay – Sulochna Verma
बचे रहने का अभिनय – सुलोचना वर्मा
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About Author
लोचना वर्मा
जन्म: ३ अक्टूबर, जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल। शिक्षा: कम्प्यूटर अभियान्त्रिकी में स्नातकोत्तर डिप्लोमा। प्रकाशन: हिन्दी और बांग्ला की अनेक पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन। रचनाएँ (कविताएँ, कहानियाँ, आलेख व यात्रा व्रतांत) कथादेश, शुक्रवार, समकालीन, सृजनलोक, जनादेश, समालोचन, आगमन, वंचित जनता, कल्पतरु एक्सप्रेस, स्पर्श, जानकी पुल, सिताब दियारा, शब्द व्यंजना, भवदीय प्रभात, पारस परस, प्रतिलिपि, साहित्य रागिनी, पंजाब टुडे (पंजाबी), बांग्ला (खनन, रूपाली आलो, देयांग) आदि में प्रकाशित। पढ़ने-लिखने के अतिरिक्त छाया-चित्रण व चित्रकारी में भी रुचि है तथा संगीत को जीवन का अभिन्न अंग मानती हैं।
ISBN | 9789392228032 |
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Author | Sulochna Verma |
Binding | Paperback |
Pages | 224 |
Publisher | Setu Prakashan Samuh |
Imprint | Setu Prakashan |
Language | Hindi |
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