हमारे समय की जरूरी और विश्वसनीय कथाकार कविता के नवीनतम कहानी-संग्रह उस गोलार्द्ध से की कहानियाँ समय, सभ्यता और सम्बन्धों की यात्रा में उपेक्षित रह गये या पीछे छूट गये किरदारों की जीवन्त, स्पर्शी और विश्वसनीय गवाहियाँ हैं। इतिहास की कई छूटी और टूटी हुई कड़ियों को रिक्तिपूर्ति और संवादधर्मिता की रचनात्मक युक्ति से जोड़ने का सहज जतन करतीं इन कहानियों में लैंगिक बराबरी और प्रेम के उदात्तीकरण के स्वप्न नये आकार ग्रहण करते हैं। इन कहानियों के मूल में स्थित प्रेम स्त्री-पुरुष सम्बन्धों के प्रचलित दायरे से निकलकर अस्मिता आधारित सम्बन्धों का एक ऐसा आधुनिक और तार्किक प्रारूप प्रस्तावित करता है जिसके आलोक में समाज और परिवार के तमाम पारम्परिक रिश्तों को पुनराविष्कृत किया जा सकता है।
About the Author:
मुजफ्फरपुर, बिहार में जन्मीं कविता पिछले ढाई दशकों से कहानी की दुनिया में सतत सक्रिय हैं। स्त्री जीवन के बारीक रेशों से बुनी स्वप्न और प्रतिरोध की सकारात्मक कहानियों के लिए जानी जाती हैं। आठ कहानी-संग्रह और दो उपन्यास प्रकाशित। इसके अतिरिक्त अनेक पुस्तकों का सम्पादन किया है। इन्हें अमृतलाल नागर कहानी पुरस्कार और स्पंदन सम्मान प्राप्त हुए हैं। इनकी कुछ कहानियों का अँग्रेजी और अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद हुआ है।
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