Vichaar Ki Sugandh – Ashok Vajpayi par Ekagra By Mahavir Agarwal
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मैंने अब तक जिन दुर्लभ मनीषियों से ‘इण्टरव्यू’ लिये हैं उनमें से एक हैं, कवि-आलोचक अशोक वाजपेयी । अशोकजी के अनगिनत चाहने वालों में मैं भी उनका एक मुग्ध प्रशंसक हूँ। पुस्तक में चुने हुए ग्यारह संवाद सम्मिलित हैं। इन संवादों के झरोखे से अशोकजी के अन्तर्मन को समझने की कोशिश हुई है।
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विचार की सुगन्ध अशोक वाजपेयी पर एकाग्र
Vichaar Ki Sugandh – Ashok Vajpayi par ekagra By Mahavir Agarwal
महावीर अग्रवाल
जन्म : २५ मई १९४६ : छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले का गाँव कुरुद ।
कृतियाँ : पण्डवानी, नाचा, लोक-संस्कृति, व्यंग्य, आलोचना, नाटक और रिपोर्ताज की बीस पुस्तकें प्रकाशित । नव साक्षरों के लिए दस पुस्तकें प्रकाशित ।
साक्षात्कार : कवि, कहानीकार, आलोचक, नाटककार और लोक कलाकारों के ५०० से अधिक साक्षात्कार प्रकाशित ।
सम्पादन :
१. ‘सापेक्ष’ के कबीर, शमशेर, नागार्जुन, त्रिलोचन, कमलेश्वर, विनोद कुमार शुक्ल केन्द्रित विशेषांकों सहित कुल ६३ अंक प्रकाशित ।
२. कहानी की एक सदी पर केन्द्रित ‘कथायन’ के ५२ अंकों में हिन्दी की चुनी हुई ५०० से अधिक श्रेष्ठ कहानियाँ प्रकाशित ।
Author | Mahavir Agarwal |
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ISBN | 9788119899944 |
Language | Urdu |
Binding | Paperback |
Pages | 206 |
Publication date | 23-01-2024 |
Publisher | Setu Prakashan Samuh |
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