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Bhukhe Pet Kee Raat Lambi Hogi (labour chauraha)-Anil Mishra- Hardcover
Bhukhe Pet Kee Raat Lambi Hogi (labour chauraha) By Anil Mishra
‘भूखे पेट की रात लंबी होगी’ – अनिल मिश्र
भूखे पेट की रात लंबी होगी’, पर क्यों? यह जितना अभिधात्मक पदबंध है, उतना ही लाक्षणिक! अभिधात्मकता और लाक्षणिकता कविता की भवता की अनिवार्यता है।
₹330.00 -
Bhukhe Pet Kee Raat Lambi Hogi By Anil mishra
Bhukhe Pet Kee Raat Lambi Hogi – Anil mishra
‘भूखे पेट की रात लंबी होगी’ – अनिल मिश्रभूखे पेट की रात लंबी होगी’, पर क्यों? यह जितना अभिधात्मक पदबंध है, उतना ही लाक्षणिक! अभिधात्मकता और लाक्षणिकता कविता की भवता की अनिवार्यता है।