Majmua – Ahmad Mushtaq

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मज्मूआ – अहमद मुश्ताक़ – लिप्यन्तरण एवं सम्पादन – गोविन्द प्रसाद

चन्द बातें और अहमद मुश्ताक़

‘मज्मूआ’ अहमद मुश्ताक़ की शायरी का नक़्शे-अव्वली है – अलबयान पब्लिकेशंज लाहौर के ज़ेरे-एहतिमाम 1966 ई. में मा’रि वजूद में आया। इसमें 1952 ई. से लेकर 1966 ई तक की ग़ज़लें अ अशआर शामिल किये गये हैं। ये वो ज़माना है जब ग़ज़ल के रंग आहंग में तब्दीलियाँ पैदा हो रही थीं और ग़ज़ल नये तेवर के स शायरी के उफ़ुक़ पर अपना जलवा बिखेरने में मसरूफ़ थी।

 

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अहमद मुश्ताक़ का जन्म 1 मार्च सन् 1933 को अमृतसर, पंजाब में हुआ। उनकी आरम्भिक शिक्षा अमृतसर शहर में ही हुई। भारत का विभाजन होने के पश्चात् उनका परिवार पाकिस्तान चला गया। कुछ अरसे तक उनका परिवार लाहौर में ही रहा। लाहौर से ही उन्होंने 1948 में मैट्रिक की परीक्षा पास की। तत्पश्चात उन्होंने प्राइवेट तौर पर एफ.ए. और बी.ए. पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से किया। एम.ए. भी उन्होंने लाहौर से ही किया। बैंक की नौकरी को उन्होंने अपना पेशा बनाया। काफ़ी दिनों तक वे लाहौर के एक बैंक में कार्यरत रहे। 1984 में वे अमेरिका चले गये। कुछ समय बाद वे ह्यूस्टन (ब्रिटेन) में रहने लगे। ‘मज्मूआ’, ‘गिदे महताब’ उनकी ग़ज़लों के संग्रह हैं। उनकी रचनाओं का संचयन ‘कुल्लियाते-अहमद मुश्ताक़’ के नाम से भारत और पाकिस्तान से प्रकाशित हो चुका है।

 

ISBN

9789380441917

Author

Ahmad Mushtaq

Binding

Paperback

Pages

104

Imprint

Vagdevi

Publication date

01-01-2024

Customer Reviews

1-5 of 1 review

  • Manu Kumar

    एक बढ़िया ग़ज़ल संघ्रह

    January 8, 2024

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