Description
DESHBHAKTI, RASHTRAVAD AUR HINDUTVA Edited by Ravikant
About The Author
रविकान्त
अम्बेडकरवादी विचारक, राजनीतिक विश्लेषक, दलित मामलों के विशेष जानकार, साहित्य-समीक्षक, सामाजिक न्याय और साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए निरन्तर लेखन एवं सक्रियता, कई किताबों के लेखक और सम्पादक, जैसे- आलोचना और समाज (2016), आज के आईने में राष्ट्रवाद (2018), आजादी और राष्ट्रवाद (2018), ‘आधा गाँव’ में मुस्लिम अस्मिता (2019), वैश्वीकरण, हिन्दी साहित्य और आलोचना (2020), इतिहास, धर्म और राजनीति (2020), अम्बेडकर, दलित और स्त्री प्रश्न (2023), अद्यतन हिन्दी काव्य (2023), प्रतिनिधि कविताएँ : ओमप्रकाश वाल्मीकि (2024), सम्पूर्ण कविताएँ : ओमप्रकाश वाल्मीकि (2024), वैश्विक आतंकवाद और भारत की अस्मिता (2024), आरएसएस और हिन्दुत्व की राजनीति (2024), खतरे में धर्मनिरपेक्षता (2025), अल्पसंख्यक राजनीति और समाज (2025), संविधान, संघ और डॉ. अम्बेडकर (2025), लहूलुहान कश्मीर और तड़पती कश्मीरियत (2025)।
पत्रिका सम्पादन : अदहन।
सम्प्रति : एसोसिएट प्रोफेसर,
हिन्दी तथा आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ।
Surat singh –
हिन्दुत्व और फासीवादी प्रवृत्तियों के उभार को ऐतिहासिक सन्दर्भों में रखकर समझने वाली महत्वपूर्ण कृति, सामाजिक-राजनीतिक विमर्श को नया दृष्टिकोण देती है