Description
Aks by Akhilesh
अक्स के संस्मरणों के चरित्र, अखिलेश की जीवनकथा में घुल-मिलकर उजागर होते हैं। अखिलेश का कथाकार इन स्मृति लेखों में मेरे विचार से नयी ऊँचाई पाता है। उनके गद्य में, उनके इन संस्मरणात्मक लेखन के वाक्य में अवधी की रचनात्मकता का जादू भरा है। -विश्वनाथ त्रिपाठी
+
Balzac – Stefan Zweig (Translated By Ranjana Shrivastav)
यह पुस्तक अपने समय कइ सम्पूर्ण तस्वीर कइ तरह उभर के सामने आयी जो हर युग के लिए मान्य है। पुस्तक में स्वाभिमान और आक्रोश का भाव रचा-बसा है, और है एक आह्यान-कि अधीरता से, लोलुपता से दूर रहो, दृढ़ बने रहो और बार-बार प्रतिरोध करके अधिक से अधिक शक्तिमान बनो।
Reviews
There are no reviews yet.