Description
हिन्दी कविता के समकालीन संसार में लीन मल्होत्रा एक नितान्त भिन्न स्वर और आस्वाद की कवयित्री हैं। प्रेम जैसे शाश्वत समझे जाने वाले विषय को ये अनूठी नव्यता और समकालीन प्रदान करती हैं। इन कविताओं में, एक मर्मभेदी पुकार है-कभी प्रेम की अपूर्णता के एहसास से और कभी प्रेम की अप्राप्यता के दुख से निकली हुई और कभी एक असम्भव दुनिया में उससे भी असम्भव प्रेम को बचाने के संकल्प से बनी हुई।
About the Author:
लीना मल्होत्रा: दो कविता-संग्रह प्रकाशित-मेरी यात्रा का ज़रूरी सामान (बोधि प्रकाशन) 2012, नाव डूबने से नहीं डरती (किताबघर) 2016। रंगमंच से अभिनेत्री के तौर पर जुड़ी रही हैं। फ़िल्म लेखन व निर्देशन में गहरी रुचि।
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