Description
यह पुस्तक अपने समय कइ सम्पूर्ण तस्वीर कइ तरह उभर के सामने आयी जो हर युग के लिए मान्य है। पुस्तक में स्वाभिमान और आक्रोश का भाव रचा-बसा है, और है एक आह्यान-कि अधीरता से, लोलुपता से दूर रहो, दृढ़ बने रहो और बार-बार प्रतिरोध करके अधिक से अधिक शक्तिमान बनो।
About the Author:
स्टैफ़न स्वाइग का जन्म (नवम्बर 1881) वियना के एक यहूदी परिवार में हुआ। 1920 और 1930 के दशक में ये विश्व के उन लेखकों में एक थे, जिन्हे व्यापक तौर से प्रसिद्धि मिली। इनकी रचनाओं का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद हुआ।
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