Description
‘सिनेमा जलसाघर’ बॉलीवुड की दुनिया की बेहद दिलचस्प और अन्तरंग झाँकी है। यह एक ऐसी किताब है जिसकी अन्य किताबों से तुलना नहीं की जा सकती। एक तरफ हिन्दी फिल्मोद्योग का इतिहास, सिनेमाशास्त्र तथा तकनीक और सिनेमा की विभिन्न धाराओं के बारे में गुरु-गम्भीर पुस्तकें हैं तो दूसरी
About Author
जयप्रकाश चौकसे
जयप्रकाश चौकसे फिल्म पत्रकारिता के पुरोधा हैं। इन्होंने अध्यापन के साथ-साथ पटकथा लेखन, उपन्यास लेखन आदि व टेलीविजन के लिए भी लेखन किया है। लम्बे अरसे से फिल्म समीक्षा और फिल्मों, फिल्मकारों, अभिनेता आदि पर इनके लेखन के लिए इन्हें जाना जाता है। सिनेमा का सच, सिनेमा एक पाठशाला, पर्दे के पीछे जैसी पुस्तकों के साथ सिनेमा जलसाघर इनके विराट अनुभव का प्रसार है।
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