Maa, March Aur Mrityu By Sharmila Jalan
₹360.00
Maa, March Aur Mrityu By Sharmila Jalan
In stock
About the Author:
जन्म: 7 जुलाई, 1973 शिक्षा : कलकत्ता विश्वविद्यालय से हिंदी में एम.ए.. एम.फिल. (कृष्णा सोबती के उपन्यासों में परिवार की शर्मिला जालान अवधारणा) प्रकाशित कृतियाँ : उपन्यास : ‘शादी से पेशतर’ ; कहानी संग्रह : ‘बूढ़ा चाँद’, ‘राग विराग और अन्य कहानियाँ’, ‘माँ, मार्च और मृत्यु’। ‘बूढ़ा चाँद’ का पटना, मुंबई कई जगहों पर मंचन। युवा-5 (भारत भवन भोपाल, 2017), युवा (रजा फाउंडेशन, 2018) और साहित्य उत्सव (आजतक, 2019) में शिरकत। पुरस्कार : भारतीय भाषा परिषद, युवा पुरस्कार 2004, कन्हैयालाल सेठिया सारस्वत सम्मान-2017, कृष्ण बलदेव वैद फेलोशिप-2019 संप्रति : अध्यापन कलकत्ते में पति अमित जालान और बेटे शशांक जालान के साथ निवास।
SKU: | maa-march-aur-mritue-sharmila-jalan |
---|---|
Category: | story |
Tags: | hindi stories, kahani in hindi, kahanikaar, kahaniyan, Sharmila Jalan, story book, story book in hindi, कहानियों के नाम, कहानीकार के नाम |
ISBN | 9788194091011 |
---|---|
Author | Sharmila Jalan |
Binding | Hardcover |
Pages | 176 |
Publisher | Setu Prakashan Samuh |
Imprint | Setu Prakashan |
Language | Hindi |
Related products
-
Dhela Aur Anya Kahaniyan By Aanand Bahadur
Dhela Aur Anya Kahaniyan By Aanand Bahadur
अपने सत्य और संवेदना का निर्वहन करती कथा-साहित्य के महासमुद्र में अपना वजूद तलाशती कथाकार आनंद बहादुर की दस कहानियाँ किसी भी तरह के आरोपण और कृत्रिमता से परे जीवन की नैसर्गिकता की ओर लौटने की कहानियाँ हैं।
-
Beech Men Ek Bachcha By Shriram Verma
Beech Men Ek Bachcha By Shriram Verma
बीच में एक बच्चा – श्रीराम वर्मा -
Vilopan by Shailendra Sagar (Paperback)
Vilopan by Shailendra Sagar
विलोपन की कहानियाँ ऐसी दुनिया की नब्ज पर उँगली रखती हैं जिसमें सब कुछ जल्दी से जल्दी पा लेना है। करियर की भागदौड़, निर्मम प्रतिस्पर्धा, अनाम-शनाप खर्च और उपभोक्तावाद ने ऐसी दुनिया बनायी है जहाँ किसी के व्यक्तिगत सुख-दुख, राग-विराग और रिश्ते-नातों से कोई सरोकार नहीं। ये कहानियाँ बहुत कुछ को दर्ज करती हैं जो ज़िन्दगी की आपाधापी में और बदलती दुनिया में लोप हो रहा है।
₹299.00 -
Prarthana Samay By Pradeep Jilwane
Prarthana Samay By Pradeep Jilwane
सबसे पहले शीर्षक कहानी ‘प्रार्थना समय’ पर बात लाजिमी लगती है, एक मुलायम रेशमी धागों से बुनती हुई यह कहानी आगे बढ़ती है कि एक अचानक एक चिंगारी उड़ती हुई आती है, कहानी के नायक के हाथ दुआ में उठे हैं कि काश चिंगारी इन रेशमी धागों तक न पहुंचे, कितनी जल्दी आग पकड़ लेते हैं न ये! कितनी जल्दी बदल जाती है यह दुनिया या कोई बुरी ताकत है, जो लगातार सक्रिय है इस दुनिया को खराब दुनिया में तब्दील करने में… आदमजात की हत्या करने में।
-
Band Kothari Ka Darwaja By Rashmi Sharma
इस संग्रह की कहानियाँ भिन्न जीवन-स्थितियों एवं भिन्न मनःस्थितियों की कहानियाँ हैं। मध्य वर्ग, मजदूर वर्ग, निम्न वर्ग, समान्त वर्ग सब हैं इन कहानियों में। कहानीकार यथार्थ रचने की प्रक्रिया में भी हैं। बन्द कोठरियों के दरवाजे खुल रहे हैं।
-
-
Hinsa By Festis Iyayi
प्रस्तुत उपन्यास ‘हिंसा’ में इयायी ने नाइजीरियाई समाज की राजनीतिक और सामाजिक संरचना में व्याप्त हिंसा को उजागर किया है जो कहीं दृश्य तो कहीं अदृश्य रूप से समाज के उन तबकों को प्रभावित करती है जो आमतौर पर हाशिये पर हैं।
₹799.00 -
Patthalgadi Aur Anay Kahaniyan by Kamlesh
Patthalgadi Aur Anay Kahaniyan by Kamlesh
कमलेश की कहानियों में अगर प्रेमचन्द का वैचारिक ताप है, तो रेणु का लोकरंग भी उसी ठाठ के साथ मौजूद है। इन कहानियों से गुजरने का अर्थ है उस भारत की आत्मा से साक्षात्कार जिसे सायास नेपथ्य में धकेल दिया गया है। ये कहानियाँ मनुष्यता के पक्ष में एक ऐसा आह्वान है, जिसे अनसुना नहीं किया जा सकता।₹250.00
Be the first to review “Maa, March Aur Mrityu By Sharmila Jalan”
You must be logged in to post a review.